रिस्क को कैसे मेनेज किया जाता हे ? (Risk Management)

रिस्क को कैसे मेनेज किया जाता हे ?

 तो उस के लिए हमे कुछ नियमों का पालन करना होगा। पूरे ब्लॉग मे जोखिम,प्रबंद की जगह इंग्लिश शब्द रिस्क,मेनेज का उपयोग किया गया हे। 
risk managmant बहुत ही बड़ा विषय हे।  एक ब्लॉग मे पूरा समज ना मुशकेल हे लेकिन इस ब्लॉग को पूरा पढ़ने के बाद आप का रिस्क बहुत ही आसानी से मेनेज कर पावोगे। होसकता हे की आपको 
लगे की ए ब्लॉग आप को बहुतही छोड़ा लगे लेकिन यकीन मानो कुश नियमों का पालन ही आप का रिस्क मनेज करेगा।    

 Risk per trade (RTP)

RTP यानि जभी ट्रेड करोगे तब एक ट्रेड मे जायद से जायद पूरा कैपिटल का 2 % से 3% ही एक ट्रेड मे रिस्क पर रखना हे मतलब की जब भी ट्रेड करना हे तब एक निश्चित रकम ही रिस्क पर रखना हे। हो सकता हे ए मेरी बात आप को समज मे नहीं आए लेकिन हम एक उदारण  से समज ते हे मान लो आप के पास 10000 का कैपिटल हे तो जब भी ट्रेड करना हे तब 10000 का 3% यानि 300 ही एक ट्रेड मे रिस्क पर रखना हे 

ऐसा क्यू  करना हे ? क्यू की अगर आप एक ट्रेड मे ही पूरा कैपिटल की बड़ी रकम रिस्क पर रख दो गए तो लॉस होगा ही होगा पूरा कैपिटल 0 (शून्य) यानि खाली हो जाएगा।

risk management बहुत ही बड़ा विषय हे।  एक ब्लॉग मे पूरा समझ ना मुशकेल हे लेकिन इस ब्लॉग को पूरा पड़ने के बाद आप का रिस्क बहुत ही आसानी से मेनेज कर पावोगे।

आपका प्राप्ति दर (hit rate)कितना हे ?

मानलो की आप अगर 10 ट्रेड करते हो तो 10 मे से 5 ट्रेड यानि 50%ट्रेड सही जाते हे 7 ट्रेड यानि 70%ट्रेड सही जाते हे आप का हिट रेट कितना __% हे। आप का हिट रेट कम से कम 50% यानि 10 मे से 5 ट्रेड तो सही होने चाइए तभी आप मुनाफे मे रहेंगे ओर महत्वपुन बात ए हे की 10 मे से हो सकता हे की आप का 7 या फिर 8 ट्रेड सही जाते होंगे लेकिन सही जाने पर भी आप का रिस्क ओर रिवॉर्ड कितना हे ? ए भी बहुत ही महत्वपुन हे। 

आपका रिस्क ओर रिवॉर्ड कितना हे ? 

यानि आप ट्रेड मे रिस्क पर 300rs रखते हे ओर उसके सामने मुनाफे के वक्त आप 300rs ही लेलेते हे व 1:1 कहलाता हे। एक ओर तरीके से जानते हे ट्रेड मे आप का स्टॉप लॉस 2 ruppy  का हे ओर उस के सामने आप 4 ruppy लेके ट्रेड मे से बाहर निकलते हे तो आप का रिस्क ओर रिवॉर्ड 1:2 का कहलाता हे ।


मतलब की जबभी आप ट्रेड करते हो तब आप का रिस्क के सामने कितना रिवॉर्ड हे ओ बहुतही महत्वपुन हे। आप के रिस्क के सामने कम से कम 1:2 का तो रिवॉर्ड लेना ही हे। तभी आप मुनाफा बना पाएंगे। 

        
                             hit rate (win rate) [%] दिया हे ओर रिस्क ओर रिवॉर्ड [ : ]मे दिया गया हे 
आपका हिट रेट (win rate) ओर उसके सामने रिस्क ओर रिवॉर्ड कितना कितना होगा तभी आप मुनाफा बना पाएंगे ए आप को उपर दिया गया कोषटक देख के समझ आ जाएगा।

Position sizeing 

इस का मतलब की शेरो की मात्रा जो आप ट्रैड लेते वक्त लेते हो ओ निक्षित करनी हे । केसे करोगे उसके लिए एक फॉर्मूला हे  


आप को ट्रेड लेते वक्त कितनी quantity लेनी हे ओ ए फॉर्मूला बताएगा । एक उदारण से समझते हे मानलो की हमे sbi buy करना हे जो 300 पे हे ओर हमारा स्टॉप लॉस 297 पे रखा हे तो इस केस मे हमारी quantity कितनी होगी ? रिस्क पर ट्रेड  300 ruppy हे 10000 capital के हिसाब से 3% =300 ruppyओर स्टॉप लॉस 300-297=3 तो हमारी quantity रहेगी 100 {300/3=100} 
इस फॉर्मूला के हिसाब से हमे 100 से उपर quantity buy नहीं करनी हे । 

summary 

हमे सिर्फ ओर सिर्फ इस नियमों का पालन करना हे । पूरा risk management आ जाएगा। 

 

risk per trade : 
capital के हिसाब से 2% से 3% ही एक ट्रेड मे रिस्क पर रखना हे। 

 

win rate : 
50% कम से कम होना चाहिए (10 ट्रेड मे से कम से कम 5 ट्रेड तो सही होने चाहिए।)

 

risk & reword ratio : 
1:2 लेना हे (अगर स्टॉप लॉस 2 रुपए का हे तो टारगेट कम से कम 4 रुपए का लेना ही चाहिए।)

 

Position sizeing : 
quantity = risk per tred / stop loss in rupees 
(इस फॉर्मूला के हिसाब से ही quantity तय करनी हे।) 

 

ध्यान दें  : यदि आपको लगरहा हे की ए नियम काम भी करते हे क्या ? तो उसके लिए आप 👉क्लिक करके ब्लॉग पढ़ सकते हे । 

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